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मुख्यमंत्री सुक्खू ने शिमला जिला के रामपुर में 50,000 लीटर क्षमता वाले दत्तनगर दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन किया।
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प्लांट की क्षमता बढ़ने से शिमला, कुल्लू, मंडी और किन्नौर जिलों के पशुपालकों को होगा लाभ।
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सीएम ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठाने और प्राकृतिक खेती सेस लागू करने की घोषणा की।
Milk Processing Plant: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने शुक्रवार को रामपुर में 50,000 लीटर प्रतिदिन क्षमता वाले दत्तनगर दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र का उद्घाटन किया। इस अवसर पर कृषि मंत्री प्रो. चंद्र कुमार और लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह भी मौजूद रहे। मुख्यमंत्री ने कहा कि दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र की क्षमता बढ़ने से शिमला, मंडी, कुल्लू और किन्नौर जिलों के पशुपालकों को लाभ होगा। उन्होंने भरोसा दिलाया कि आगामी बजट में दूध के खरीद मूल्य में बढ़ोतरी की जाएगी।
दत्तनगर में पहले 20,000 लीटर क्षमता वाला मिल्क प्लांट था, जिसे अब 50,000 लीटर क्षमता का बनाया गया है। इसके बाद यहां डेढ़ लाख लीटर दूध प्रोसेस करने की क्षमता होगी। प्लांट को 16 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है। सर्दियों के मौसम में प्रतिदिन 85,000 लीटर दूध प्लांट तक पहुंच रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि इस प्लांट में पहली बार फ्लेवर वाला दूध भी तैयार किया जाएगा। यह हिमाचल प्रदेश का सबसे बड़ा दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र है।
क्षेत्रीय लाभ: इस संयंत्र का लाभ शिमला जिला के कोटगढ़, कुमारसैन, सैंज, कुल्लू जिला के सिराज, आनी, निरमंड, मंडी जिला के करसोग और किन्नौर के पशुपालकों को होगा। प्लांट के संचालन से स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे। निकट भविष्य में दूध से बनने वाले विभिन्न उत्पाद तैयार करने की योजना भी है।
पदम पैलेस का दौरा: सीएम सुक्खू ने रामपुर स्थित ऐतिहासिक पदम पैलेस का दौरा भी किया। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह द्वारा किए गए स्वागत के लिए आभार प्रकट किया।
भ्रष्टाचार पर सख्ती: जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के चोर दरवाजे बंद किए हैं। एक ही नीलामी में शराब ठेकों से 600 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। मिल्क सेस के माध्यम से 120 करोड़ रुपये कमाए गए हैं, और अब प्राकृतिक खेती सेस भी लागू किया जाएगा। उन्होंने जनता को भरोसा दिलाया कि प्रदेश की संपदा को लुटने नहीं दिया जाएगा।